This Hindi poem highlights the teenage love of the poetess,which she dreamed after so many years long and in which she realized the infatuation of Her towards that particular guy.
कल रात उसके सपने ने बेकाबू सा कर दिया ,
नींद में ही हमको शराबी सा कर दिया ,
हम उसके साथ की खुशबू को दिल में लिए ,
सपने ही सपने में उसके संग कुछ पल जिए ।
कल रात उसके सपने ने मदहोशी से भर दिया ,
नींद में ही हमको आनन्दित सा कर दिया ,
वो साथ उसका निराला था बहुत दोस्तों ,
जिसमे उसने हमारे हाथों को थाम कर दम लिया ।
कल रात उसके सपने ने रंगीन सा कर दिया ,
नींद में ही हम पर मेहरबान होकर एक एहसान सा कर दिया ,
वो जो दिल में बाकी रह गया था कभी उससे कहना ,
उस सबको सुनने के लिए हमको संगीन कर दिया ।
कल रात उसके सपने ने बर्बाद कर दिया ,
नींद में ही हमारी धड़कती धड़कनो को सुन लिया ,
हम बार-बार उससे लिपट कर रो दिए ,
उसने बार-बार हमको अपने संग लिपटा कर खुश किया ।
कल रात उसके सपने ने सुबह हड़कम्प सा कर दिया ,
नींद तोड़ कर हमारी हकीकत से रु~ब~रु कर दिया ,
वो वक़्त जो हम साथ में जी रहे थे उसके संग ,
उस वक़्त का एहसास घड़ी की सुईंयों से करा दिया ।
कल रात उसके सपने ने हमें कुछ सिखा दिया ,
नींद में ही हमको गुज़रा वक़्त दिखा दिया ,
पहली बार का वो खींचाव जो था कभी उसके लिए ,
उस खींचाव का एक सच हमको बता दिया ।
कल रात उसके सपने ने हमें गहरी सोच से भर दिया ,
नींद में ही हमको फिर से ज़िंदा सा कर दिया ,
वो एक गुज़रा वक़्त था जिसमे जवानी का था एक अंदाज़ ,
क्या हुआ जो अब सपने में ही दफन कर लेते हैं उसका राज़ ।
कल रात उसके सपने ने हमें खुद की नज़रों में एक अपराधी सा कर दिया ,
नींद में ही हमको युवावस्था की उस सोच से अपनी मानसिकता का खादिम सा कर दिया ॥
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