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Hindi Poems – Dar Lagta Hai
Photo credit: chamomile from morguefile.com
डर लगता है खो जाउंगी
थम के भी थम ना पाऊँगी
कुछ दर्द सही कुछ मजबूरी
खुद से ही क्यूँ इतनी दूरी
अब वापस कैसे जाना है
लगता क्यूँ ये सफ़र अनजाना है
एक नया कदम रखने वाली
एक नई जगह जाने वाली
क्यों हर पल यूँ बेगाना है
शायद अब तो बस चलते ही जाना है
डर लगता है खो जाउंगी
लौट के क्या कभी वापस आउंगी
खुशियों से अपना वो नाता क्या कभी जोड़ भी पाऊँगी
मंजिल तो है अब दूर बहुत
बस आगे बढ़ते जाना है
ऊंचे पर्वत चट्टानों को अब चूर चूर कर जाना है
सपनो को अपने पूरे कर
बगिया को फिर महकाना है
डर लगता है खो जाउंगी
इस दुनिया के अफ्सानो में
कोई कहता है कोई सुनता है
पर करना किसका काम यहाँ
अंधियारों में ऐसे फसकर
ना जीना मुझको अपना जहां
जस्बा मुझको दिल में लेकर
बस आगे चलते जाना है
आखिर क्या क्या कर सकती हु मै
ये दुनिया को दिखलाना है
वो kaisi है
कुछ बातें हैं कुछ यादें हैं
पल पल कुछ ये कह जाती हैं
इन्हें याद करो तो हस्ते हैं
लौटो तो फिर सन्नाटे हैं
धड़कन हाँ कुछ तो कहती है
‘क्या आज भी वो कुछ वैसी है
मुस्काती सी बलखाती सी
गुस्से में आँख dikhaati सी
कभी बकुल की खुशबू भाती थी
कभी गुलाब में बस जाती थी
अब कहाँ गई उस बगिया से
क्यों अलग हुई मेरी दुनिया से
दुनिया तो चलती रहती है
पर क्या दिल की आवाज़ कुछ नहीं कहती है
जब बात करो तोह अच्छी है
पर खुद “call” क्यों नहीं करती है
कितने सवाल हैं दिमाग में
पर ये ख़याल है दिमाग में
पूछूं तो क्या वो भड़केगी
अगर नई तो क्या jawaab वो देगी
कई बार उसकी चिंता होती है
अब बी क्या वो वैसे ही रोती है
man करता है खुशियाँ भरदु
उसके जीवन के हर पल में
जिस दौर से वो तब गुजरी थी
उस दौर से मई भी गुज़र गई
मुझमे अब भी वो बसती है
जब नीचे गिरुं तो वही मेरी सबसे बड़ी शक्ति है
हर काम में है वो कितनी निपुण
मै उससा बनना चाहती हूँ
अज भी क्यों उसकी हर बात मानती हु
क्यों उससे उतना ही याद करती हु
मनं कहता है वो चली गई
दिल कहता है वो है मौजूद
वादे करके वो हमेशा भूल जाती है
अक्सर लगता है उसे कबी मेरी याद नहीं आती है
पर jaisi है वो अच्छी है
मुस्काती है बलखाती है
कुछ zaada nakhre भी shaayad dikhati है
mere liye तो वो ek farishta है
कबी न टूटने वाला अनमोल रिश्ता है
अब ख़त्म करूँ इन बातों को
बातें to कितनी saari हैं
कुछ कहती हु तो accha है
कुछ मनं में hi reh jata है
muskano से afsano से
इन oonche aasmano से
naa रिश्ता uska कबी toote
naa darre वो kinhi chattano से
dua है yahi मेरी rabse
mehfooz rahe वो हर dum
aur jiye sirf हस्ते हस्ते
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