[Hindi Poem on Love – That Love is No More there]

Onee in a million – rewind
Photo Credit: www.cepolina.com
ना ही वो इश्क रहा ना ही वो प्यार रहा
ना ही अब नज़रों में वैसा एतबार रहा
हर कोई बंद यहा अपनी भूख के जद में
अब भला किसको यहाँ किसका इंतजार रहा
कब तलक एक कोई सबकी राह देखेगा
उसकी भी उम्र हुई वो भी ना जवान रहा
हम भी एक परवाना थे शमां पे कुर्बान हुए
फिर कहा शमां पे कुर्बां कोई परवाना हुआ
अब ना वो हम ही रहे और ना वो तुम ही रहे
फिर ना कोई तुम सा या फिर हम सा दीवाना ही हुआ
————————————————–