This Hindi poem Highlights the advantages and disadvantages of seven tie knots of an Indian marriage in which the beloved was pursuing an Extra Marital Affair with Her Lover but didn’t want to tie in any knot as Her heart was already united with Him forever.
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Hindi Love Poem – Bin Fere Hum Saare Tere
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बिन फेरे हम सारे तेरे ………. फेरा ना होता तो लगते पहरे ,
लोग जिसे कहते हैं पाप ………. वही दूर करता मेरे मन के अँधेरे ।
फेरा एक सच्चाई है अगर ……… तो बिन फेरे भी तो वही है डगर ,
फर्क है तो सिर्फ कुछ घेरों का ……… जिसमे बँधती है एक नज़र ,
बंधनो की सजाओं से परे …… हम बनाएँ अपना आशियाँ गगन तले ,
जहाँ पहरे हो सिर्फ हवाओं के ……… तेरे-मेरे बीच बहती हुई भावनाओं के ।
बिन फेरे हम सारे तेरे ………. फेरा ना होता तो लगते पहरे ,
लोग जिसे कहते हैं पाप ………. वही दूर करता मेरे मन के अँधेरे ।
सोचा नहीं था कभी ……… कि ऐसे बंधेंगे तुमसे यूँही ,
बिना रस्मों , बिना कसमों के ……… खिलाने इस मन की कली ,
बिन पायल , बिन चूड़ी के …… सितारों से सजी इस माँग में ,
फेरों की क्या है जरूरत ……… जब मन का मिलन हो इन फ़िज़ाओं में ।
बिन फेरे हम सारे तेरे ………. फेरा ना होता तो लगते पहरे ,
लोग जिसे कहते हैं पाप ………. वही दूर करता मेरे मन के अँधेरे ।
बिन फेरे लोग देते गाली ………फेरों के संग बजती ताली ,
बिन फेरे ये समाज ठुकराए ……… फेरों में कैसे गले से लगाए ,
मन का मिलन चाहे रह जाए अधूरा …… फेरों का सफ़र मगर हुआ था पूरा ,
दुनिया वालों की नज़र में ……… फेरों से ही होता है सम्मान पूरा ।
बिन फेरे हम सारे तेरे ………. फेरा ना होता तो लगते पहरे ,
लोग जिसे कहते हैं पाप ………. वही दूर करता मेरे मन के अँधेरे ।
फेरों की चाह में गर जीते ……… तो तेरी तड़प को कैसे पीते ?
तुझको बिन फेरे ऐसे पाया ……… जैसे सागर में नदिया का जल था समाया ,
चाह नहीं अब बंधने की तुझ संग …… फेरों की उस माया नगरी में ,
जहाँ जीवन भर ढोने पड़ते हैं बंधन ……… घुटते हुए इस चंचल मन में ।
बिन फेरे हम सारे तेरे ………. फेरा ना होता तो लगते पहरे ,
लोग जिसे कहते हैं पाप ………. वही दूर करता मेरे मन के अँधेरे ।
अंजाम~ ए~ मोहब्बत सोच कर जब भी ……… इस दिल में एक डर समाता है ,
तब फेरों की कसमों को उन संग निभाकर ही ……… ये चैन~ ए~ सुकूँ पाता है ,
कुछ रिश्तों में फेरों का अर्थ नहीं कोई …… क्योंकि ये दिल से निभाए जाते हैं ,
तब होता भी है अगर बंधना किसी को ……… तो वो दिलों के फेरों संग एक-दूजे से बंध जाते हैं ॥
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